Followers

Thursday 3 March 2016

टारा-टारीक खेल

ऊ साहित्‍यक बामा-दहिना नइ बूझलकै ,मुदा साहित्‍यक राजनीति मे पारंगत भ' गेलै ।कविता संबंधी ओकर विचार अधपकुए बूझू ,‍शिल्‍पक मतलब कखनो किछ कहि देत आ कखनो किच्‍छ ,मुदा राजनीति के राम आ रावण के पकड़ै मे ओकर कुनो जबाव नइ ।आ असल बात त' ई छै जे ओ ने राम के छै ने रावण के ,जेकर तीर जोरगर रहल ,ओ ओकरे वाहवाह क' देलक ।ओकर साहित्‍यक अध्‍ययन थोड़े थाक बूझू ,मुदा राजनीति मे सम्‍हरल हाथ मारैत अछि ,आ ईहो नइ कि कुनो बड़का उलटफेर क' दैत होए ,मुदा एमहरक खखार ओमहर फेकलक आ ओमहरक खखार टारिके एमहर आनलक ।आ ओकर समस्‍त साहित्यिक गतिविधि एहिए टारा-टारीक खेल छैक ।अहां यैह ने कहब जे करै छै त' कर' दियओ ,अहां के की होइत अछि ........

No comments:

Post a Comment