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Saturday 7 December 2013

इसकुल

ओ बहुत दिन सँ अपन इसकुल कें यादि करैत छैक ,कखनो इसकुलक भीत वला दीवाल ,कखनो पूबरिया नरकैट वला जंगल-झाड़ आ ओकरे मे सटल मूत-जमीन यादि आबै ।मूत जमीन प्राय: विद्यालयक छात्रा सब द्वारा चोरा-नुका के उपयोग कएल जाइत छलै ।विद्यालय कें यादि करिते यादि आबि जाथिन यादव जी मरसैब ,जे कनेक ढ़क रहथिन आ एक दिन केओ टोकि देलकेन कि मरसैब लेट किएक छी त' ओइदिन टेबुल पर स्‍टूल दैत ,स्‍टूल पर ठाढ़ भ' गेलखिन आ चारू कात ताकि -ताकि कें कहथिन -मरसैब लेट हो गया ।

                                               इसकुल कें यादि करिते यादि आबै कुरमीटोली या यादव टोलाक बच्‍चा सब ,जेकरा भगएबाक खूब उपक्रम होए ओइ इसकुल मे आ यादि आबै दू टा भाय-बहिन जे खिसियाबैक चलते जल्दिए छोडि़ देलकै इसकुल ।आ निश्चित रूपेण यादि आबै बोरा सब ।पहिला-दूसरा मे ओ बोरे पर बैसै आ सब विद्यार्थी बोरे पर बैसैत रहै आ धरतिए रहै सिलेट आ समतल जमीनक आगू बोरा रखबा लेल डेली होइत छलै युद्ध ।

                                 इसकुल कें यादि करिते ओकरा यादि आबै रामजी मरसैब , आ मरसैब कें चोरा कें चमरा मरसैब कहल जाइत रहै ,ई मरसैब चमरटोली मे रहैत रहथिन ,कुनो चमारे ओहिठाम ,ओना त' ओ सब के पैर छू कें परनाम करै ,मुदा ओकरा यादि नइ छैक कि कहियो ओ रामजी मरसैब कें पैर छूने होए आ इसकुल कें यादि करिते ओकरा यादि आबै छैक इसकुलक पछियौत मे तजिया बनेबा आ घूमेबाक महीना दिनक उपक्रम आ फेर ओ ईहो यादि करैत छैक जे बाद मे गामक दुसाध सब कहलकै कि ई जमीन हमर आ तजिया ओइ ठाम बननै बंद भ' गेलै ।इसकुलक नाम लैते यादि आबै छैक ओकरा अपन कमजोर चेहरा ,जे साल भरिक गंभीर बीमारीक परिणाम छलै ।दिसंबरक महीना छलै आ वार्षिक परीक्षा मे ओ लिखैत छलै ,जे किछु यादि रहै आ यादि-बियाधिक बीच मे ओकर कलम अलगे दिशा मे भागै ।

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