Followers

Thursday 26 December 2013

हाकिम


ई हाकिम बहुत-किछु ईमानदार रहथिन ,डेली शपथ खाइत छलखिन ,ईमानदारी सँ काज करबाक शपथ ,शीघ्रता सँ फाईल बरहेबाक शपथ ,गरीब सभक काज बेशी ईमानदारी सँ करबाक शपथ ।ऑफिस आबिते ई सब शपथ हवा भ' जाए ,एगो ओकील एमहर फाईल नेने बरहै ,दोसर ओमहर ,तेसर कें हाकिम सँ ई आशा आ चारिमक अलगे निराशा ।बार संघक अध्‍यक्ष आ मंत्री बाट जोहैत कि भीड़-भाड़ किछु हटै त' ओ अपन बात कहथिन ।ऑफिसक गेट पर चपरासी परेशान होइत ठार ।एखने जिला पर जेबाक लेल पेशकार सँ बहस भेल रहै ।अकेले पेशकार की करै ,राति मे तीन बजे विधायक जीक फोन रहै चंदा देबाक आइ अंतिम तारीख रहै ।विधायक जीक बापक नाम सँ स्‍मारक बनैत रहै ।चंदाक लेल जइ क्‍लांइट पर निशाना बनाओल जाइत रहै ओ तीन महीना पहिने ओकील‍ साहेब कें पैसा द' देने रहै आ ओकील साहेबक पैसा खर्च भ' गेल रहै ।ओकील साहेब पहिले त' पैसा देबा मे असमर्थता व्‍यक्‍त केलखिन फेर एकदमे नठि गेलखिन मतलब एना कि नइ देब त' की करबै ।परेशान पेशकारक चेहरा हाकिम कें एक नजरि देखेलेन ।हाकिम सब शपथ कें एके साथ घोंटैत कहलखिन 'ओकील साहेब हटू आइ न्‍यायालय मे काज नइ चलत ,एकटा जरूरी काज सँ जिला पर जेबाक अछि ।' रस्‍ता भरि शपथ सब खेहारने जाइत रहेन हाकिम कें आ हाकिम ड्राईवर कें तेजी सँ गाड़ी चलेबा लेल कहैत गेलखिन ।

No comments:

Post a Comment