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Friday 13 December 2013

पदनचियाडि

एहेन पदनचियाडि आफिसर त अहां अपन पूरा नौकरी मे देखने नइ हेबै ।डी0एम0 ,एस0पी0 के देखिते पानि पीनए शुरू ।एतबे नइ अपनो रेंकक अधिकारी लग तनि के नइ रहब ।मुंहचोर तहिने ।अपन समवर्गीय आफिसर सभक बीच मे बैसए मे लजाइत आ हाथ मिलबैत काल मे पूरा पसीना होइत ,एतबे नइ अ‍‍भिवादन मे सेहो बेशी नरमी आ बेशी आग्रह देखबैत । मुदा ई नइ बूझबै जे देह-दशा मे कुनो कमजोरी होए ,बूझू जे छह फीट सँ बेशी लंबाई आ तेहने देहक बान्‍ह ।मुदा निर्णय लेबा मे मुंहचोरी....


                      आ बात लिय
हिनका सँ तखन बतेनए शुरू करता कि फलां जिला मे डी0एम0 कें डांटि देलियइ आ फलां जिला मे एस0पी0 के थपड़ा देलियइ ,तहिना अपन अधीनस्‍थ सभक विषय मे भौकी कि फलनमा त कानैत-कानैत परेशान ,आ फलनमा के सस्‍पेंड कराए के मानलियै ।एहि झूठ-सांच मे एकदिन हाकिम सँ बेशी बजा गेलै आ अधीनस्‍थ सब लाठी ल के घेरा-घेरी केनए ,आब हाकिम देवाल छरपि के भागनै शुरू केलखिन ,मुदा फेर पकड़ा गेलखिन ,तखन काननै शुरू कि अधीनस्‍थ सब कें त- हम बच्‍चा जँका मानै छियै ,तैयो हमर एत्‍ते बड़का अपमान ।ऐ नोर मे घटनाक गरमी ठंडेनए शुरू भ गेलै आ हाकिम सेहो पलटी खाइत डेरा दि‍स विदा भेला ।

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