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Sunday 1 December 2013

फाईल आ गरदा

दू हाथ ऊंच रहै फाईलक गड्डी आ फाईल मे विभिन्‍न प्रकारक प्रमाणपत्र ,बहुमूल्‍य कागज सभक फोटोस्‍टेट ,कोनो-कोनो कागजक कार्बन कापी रहै ।ई सब कागज विभिन्‍न जगहक नौकरी क' संदर्भ मे रहै कुनो मे चार्जक स्थिति ,कुनो मे स्‍पष्‍टीकरणक जबाव ,कुनो मे ट्रेजरी चलानक कॉपी ।कुनो-कुनो डाटा पेंसिले सँ लिखल रहै ,ई सब सावधानी रहै कि यदि कुनो समस्‍या आबैत अछि त' ओकर जबाव ओकरा लग रहै ।एक साल ,दू साल ,तीन साल बितैत गेलै ,दस साल ,प्ंद्रह साल तक बीत गेलै ,एखन तक कुनो समस्‍या नइ आएल छलै ,मुदा ओ कागज सब ओहिना के ओहिना सम्‍हारल रहै ।जखन-जखन ओकरा देखबा के मौका मिलै ,ओ देखै आ संतोषक भाव ओकरा मुखमंडल पर आबि जाए  ।कखनो-कखनो ओकरा लागै कि पहिले ओ नीक आ सशक्‍त भाषा मे पत्र लिखैत रहै ,अधीनस्‍थ पर बेशी सक्‍कत भाषा मे पत्र लिखल देखि ओकरा आश्‍चर्य लागै कि पता नइ ओ साहस कत' चलि गेलै ,ऐ बात पर धियान आबैत ओकरा लागै कि ओ आब बहुत कमजोर भ' गेलै ।कखनो-कखनो ओकरा ईहो लागै कि आब किछु नइ हेतए ,आब ऐ सब कागज के फेकि देबाक चाही ,मुदा फेर ओकरा धियान आबै कि यदि कुनो जरूरी भ' जाए त' के दिल्‍ली कलकत्‍ता जायत आ ओ फेरि सँ कुनो नबका जिल्‍द कें साटैत फाईल सबके सजा के राखए के उपक्रम कर' लागै.....;.........

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