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Tuesday, 10 December 2013

हाकिम 1

आर जे कहियौ ,हाकिम रहथिन बड्ड 'इजी गोईंग' ।बस महीना मे एके बेर त' मीटिंग होए ,ओहिओ मीटिंग मे हाकिम के जल्‍दी रहेन ,जे 'ई सब कखन किछु दए आ भागै ' आ हाकिम डायरेक्‍ट कहथिन 'अहां सब दियौ आ ट्रेन पकडू '
कखनो कहथिन - 'अहां सब ऐ फेर मे नइ परू कि मीटिंग की आ कोना होइ छइ ,बस डाउन करू आ भागू ।'
कखनो कहथिन -' अहां सब की बूझबै जे मीटिंग की होइ छैक ,बस एक बेर महीना मे एनए आ झेलऽ तऽ हमरा पड़ैत अछि ।'
एक बेर त
ऽ बिगडि़ गेलखिन झा जी पर किएक तऽ मांगलखिन पांच सौ टका आ झाजी एक सौ सँ बेशी देबाक लेल तैयारे नइ ,झाजी ऐ बात पर अड़ल कि 'हाकिम पहिले कहतियइ तखन ने बेशी पैसा राखतियइ छल ।'

                                आब झाजी अपन आदत के अलग व्‍याख्‍या करथिन ,झाजी अपना के विद्रोही रूप मे प्रस्‍तत करथिन जखन कि मनोज कहेन कि जखन एत्‍ते बड़का विद्रोही छी त
ऽ नमरी कथी लेल निकालै छी आ राम गोविन्‍द सेहो कहै कि एखने कुनो टाईट हाकिम आबि जाइ तऽ वौआ दिन मे तीन बेर हगतै आ कनेक 'ईजी गोईंग हाकिम छै तऽ वौआ छिडि़या रहल छथिन ।,तैयो हाकिम जेना पहिने रहथिन तहिना रहलखिन आ झाजी सेहो रेगुलर अपन कंजूसी वृत्ति प विद्रोहक आरोपण करैत ,आ जिला दूनू कें देखैत ओहने रहलै

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