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Thursday 18 July 2013

घर

अजीबे घर रहै ,खाए त' सब खाइते रहै ,आ हकडक्‍कल जँका करै त' लाईन लगा के सब हकडक्‍कले जँका करै ।बेरा-बेरी नइ एके संग ।
प्रसन्‍न रहै त' सब प्रसन्‍ने रहै ,नइ कुनो बात तैयो प्रसन्‍न ।बिना मतलबे के बरसा-बुन्‍नी ,रौद-अकाश ,पानि-बिहाडि़ किछो ल' के प्रसन्‍न ।अहां घरक बतीसी अलगे सँ देखि सकैत छियै ।प्रसन्‍न रहैक मून होए त' पड़ोसीक घरक चोरी ,बगल वलाक बेटी भागनै ,पंडीजीक बेटा के कैंसर भेनए ,राम अवतारक मैट्रिक परीक्षा मे फेल भेनए ,ई सब खुशिएक कारण रहै ।
लड़ाई करबाक मून होए त' टी0वी0 क' रिमोटे लेल झगड़ा भ' जाए ।बापक अलग चैनल ,माएक अलग रहै आ तीनू बच्‍चो के अलग रहै ।कुनो समझौता त' भेल नइ रहै ,तें जेकरा जखन मून होए ,टी0वी0 खोलि दए ,जेकरा जखन मून होए ,चैनल बदल' लागए ।
आ आमदनी त' सीमिते रहै ,कमाए वला मात्र बापे ।मुदा खरचाक मद केओ निर्धारित क' सकै छलै ।आ वरीयता क्रमक लेल डेली झगड़ा-फसाद ।बाप कहए ई जरूरी ,बेटा कहै ई आ माए कहै पहिले ई किएक नइ ।
आ घर मे सबके दुख रहै ।फलनमा के चिलनमा से आ चिलनमा के फलनमा से ।सब केर उपेक्षा छलै आ सबक प्‍लान रहै घर छोड़़बा लेल ।सब ताकैत रहै एकटा नीक दिन ।साईतक खोज डेली चलैत रहै ,मुदा केकरो लेल एखन बेहतरक खोज संपन्‍न नइ भेल छलै ।
घर मे कपड़ा-लत्‍ता रहै ,रमायन-महाभारत रहै ,देवी-देवताक फोटो रहै ,संगहि-संग बहुत रास उपदेश आ कर्तव्‍यक शिक्षा रहै ।गृहवासी एक-दोसर कें बेरा-बेरी सँ दैत छलखिन आ सब गोटे समै साल पर सुनै के आ नइ सुनबाक बहन्‍ना ताकैत छला ।
ईहो घरे छलै आ एकर एकटा नंबर छलै जे सरकारक कार्ड आ वोटक रजिस्‍टर मे दर्ज छलै ।पता नइ घर मे कुन प्रकारक एकता छलै जे घर घर रहै ,आ सिमेंटक ,कर्तव्‍यक आ बाढि़ मे रक्षाक सरकारी विज्ञापन फराक-फराक बैनर मे फराक-फराक जग्‍गह पर विराजमान रहै ।

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