Followers

Friday 14 June 2013

वौआ एहिना आ

वौआ एहिना आ चिड़ै चुनमुन्‍नी जँका
दूचारि टा दाना खो
गीत सुना आ उडि़ जो
आबै के छौ त' एहिना आ
नइ आ कखनो जासूस जँका
जे नजरि गड़ेने होए
सभ गोपन-अगोपन पर
आबै के छौ त' तितली जँका आ
घूम-फिर बैस टहल हमरा माथ आ कान पर
बना खोंता हमर केश मे
आबै के छौ त' कखनो बनि भौंरा
कखनो मधुमाछीयो बनि के आ
ल' ले अपन हिस्‍साक गंध आ रस
मुदा दलाल जँका नइ आ
आ दलालो जँका आ
तखन मजगूती सँ पहिरने रहें मुखौटा
ओढ़ने करिया कम्‍मल
दैत दिलासा
भाए दोसक
आ सुदीर्घ होए ऐ दिलासाक उमेरउमेर

No comments:

Post a Comment