आ अमृत बरसैत रहै
ठेहुन भरि गंगाक पानि मे
पहिले नहाय क' रगरघस्स मे
जुलूसक आन-बान मे
बन्हल बन्हैल कालखण्ड मे
इंचटेप सँ नापल पुण्यक्षेत्र मे
आ अमृत चूबि रहल छै
पीबि रहल छैक ज्ञानी
भगत सेठ रसिक विलैतिनी
आ गवाह बनि रहल छथि
सूर्य चन्द्र ई धरती
आ कोडाक ,सोनीक कैमरा
आ नागा साधूक
ओ अदेखल अछूबल शरीर क' फोटो नेने
अमृत कें बान्हि रहल जापानी कैमरा
ठेहुन भरि गंगाक पानि मे
पहिले नहाय क' रगरघस्स मे
जुलूसक आन-बान मे
बन्हल बन्हैल कालखण्ड मे
इंचटेप सँ नापल पुण्यक्षेत्र मे
आ अमृत चूबि रहल छै
पीबि रहल छैक ज्ञानी
भगत सेठ रसिक विलैतिनी
आ गवाह बनि रहल छथि
सूर्य चन्द्र ई धरती
आ कोडाक ,सोनीक कैमरा
आ नागा साधूक
ओ अदेखल अछूबल शरीर क' फोटो नेने
अमृत कें बान्हि रहल जापानी कैमरा
No comments:
Post a Comment