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Friday 14 June 2013

लाल बूझक्‍कर

लाल बूझक्‍कर चोर के मनबै
राति अन्‍हरिए रहत
हमरा चंद्रमा सँ बातचित भेल
यैह थिक चोरएबाक समै
आ सहूकार के कहै
जागले रहब सेठजी
चोर-ऊचक्‍काक साहस बहुत बढि़ गेल
तहिना ओकील के कहै
भाय मलगर केस अछि
आ वादी कें डराबै
ओकीलबा बड्ड महगिया
आ राति के लालबूझक्‍कर खूब हँसै
कखनो अकेले कखनो कनियां लग
कखनो बालबच्‍चा लग
कखनो बाप पुरूखा लग
लोक पूछथिन 'की भेल '
तखन लाल बूझक्‍कर कुनो पुरनका मजाकक बात करै
आ थर्ड डिग्री धूर्त जँका अपनो सँ
घरवाहि सँ आ दुनिया सँ नजरि बचबै
एहनो नै जे लालबूझक्‍कर के किछु भेट रहल
आब ओकरा चलाकीक आदत लागि गेल छैक
ओ चलकिए मे जीतए
चलकिए मे मरतए
आ सही मे एकदिन ऐ दुनिया सँ
टुन्‍न‍ भ' उडि़ जेतै
ओकरा जीब' दियौ चलाकी क' एक-एक घटना संग
ओकरा भर' दियौ पापक तमघलि
ओकरा पहिर' दियौ लील टीनोपाल वला धोती
ओकरा गाब' दियौ राम रामराम
ओकरा दिय' दियौ भाषण
देश पर धर्म पर नैतिकता पर
ओकरा भाग' दियौ लकवा सँ
ओकरा बच' दियौ लकवा सँ
उँगरी बवा लाल बूझक्‍कर
पैर बचा ठेहुन बचा
बचा लालबूझक्‍कर
अपन जीभ
अपन हृदय
अपन आत्‍मा


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