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Monday 24 October 2011

धनतेरस राति

बहुतो रास दूटकिया लॉटरी
अखबारक ईनामी कूपन सब
दू नम्‍मर सॅं छूटैत डिवीजन
तीनू बेर बेटिये बेटी ।
तैयो साहस करैत
घुसलउँ बजार
सोना चानी क कोन बात
टिनही लेल भेल प्रात
डोलैत करौछ छोलनी बेलना सब
जेना डरबए लेल नाच करैत छल
कठौत टुकुर टुकुर ताकैत रहए
जेना हमहीं सनेबए
उसनए क नौत दैत छल
उ फूलही डेकची
अओ बाबू आइ त' भॉगो नइ खेलियइ
ई कूकर कथी लेल सीटी मारइ छइ
अरे बाप चूल्हियो कहॉ पजारल छइ
धुर जो
ई की भेलइ हमरा
किछु ने किछु त ' खरीदनइ जरूरिए
चलू थारी खरीदल जाए
छोट छोट बच्‍चा छइ
तीन चारि खाना वला थारी
नाना विधि व्‍यंजन नइ
छप्‍पन भोग नइ
नवान्‍नो त हेतइ
एकटा मे रसदार एकटा भूजिया
एकटा मे अँचार पापर
ऑखि नइ लगबू
जीय' दिय' हमरा
जाइ छी गाम पर
आहूं जाउ ।
 (रवि भूषण पाठक )
pratipadamaithili.blogspot.com

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