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Saturday 2 June 2018

मायकोवस्‍कीक लेल समाधिलेख :ब्रेख्‍त

शार्क धोखा खाइतेे पड़ेलए
सिंह हारि-हारि भागलए
ऊ उड़ीस रहै
जे गिल गेलै हमरा
(जर्मन कवि ब्रेख्‍तक कविता- मायकोवस्‍कीक लेल समाधि लेख)
हिंदी अनुवादक मोहन थपलियालक कविताकोश पर अनुवाद सँ भावानुवाद

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