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Tuesday 23 May 2017

22 05 17

औझका डायरी
उमेर लगभग सत्‍तर साल । भोरे भोर पांच बजे उठनए ।नित्‍यक्रिया उपरांत एकटा चाय ।टहलैत-टहलैत दूध आननै ,फेर एकटा चाय ।कनेक योग , मोन कें संतुष्‍ट करै वला एक्‍सरसाईज (देह कें नइ) ,दू-चारि टा भक्ति गीतक आनंद पुरनका फिलिप्‍स रेडियो सँ ।सतुआ पीनए ।चौक दिस घूमि के दस खिल्‍ली पान खरीदनए , दिन भरि चबेनए ।दस-ग्‍यारह बजे स्‍नान फेर भोजन ।लगभग दू घंटा अराम एही बीच किछु फिल्‍मी गीत आ किछु मैथिली लोकगीतक आनंद,फेर उठनए ,दरभंगा रेडियो स्‍टेशन खूजबाक प्रतीक्षा ,एकटा चाय ,तीन-चारि टा गीत ,कम सँ कम चालीस साल पुरान होए ,रौद कम हेबाक प्रतीक्षा ,छाहरि बरहैत देखि आंगन सँ बाहर भेनए ,मंदिर दिस ,चौक दिस ,तरकारी दुकान दिस एक घंटा बीतेनए ,फेर सौंझका सात बजे वला समाचार सँ पहिले गाम पर एनए ,समाचार सुनैत या मैथिली गीत सुनैत फेर एकटा चाय ,एकरा बाद प्रादेशिक समाचारक तैयारी आ एकटा चाय ,बीच मे कुनो बच्‍चा (बेटा या पोता) क’ फोन आबि गेलै त’ बतियेनए ,मां संग कुनो पुरनका बातक चरचा ।आब साढ़े आठ बाजि रहल अछि ,भोजनक तैयारी चलि रहल छैक ,तीन टा पुरनका गीत दरिभंगा या पटना स्‍टेशन सँ.....,आब सुतबा क’ तैयारी ,तमाकू ,मच्‍छरदानी आ पानिक गिलास......।यदि ई रूटीन चलि रहल छैक त’ बूझियौ सब ठीक-ठाक चलि रहल छैक ।
दिनांक
22 05 17

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