मास्टर साहेब गामपर सँ चललखिन रहए दूनू बेटा गप्पू आ टिंकु के जुतियेबाक लेल ।दृढ़ निश्चय आ पूरा आवेगक साथ एकदम इसकुलक फील्ड मे पहुचलखिन ।ऐ ठाम दूनू बेटाक खोजबा मे दिक्कत नइ भेलेन ।गामक मैच दोसर गाम सँ रहै आ बाउलिंग केलाक बाद बैटिंगक समै रहै ।दूनू बेटा पैड बान्हने पीच पर रहै ,दूनूक हाथ मे बैट ।मरसैब टुघरैत-टुघरैत कमेंटरी बॉक्स दिस एलखिन ।कमेंटरी बॉक्स वला हिंदी मे कमेंटरी करैत रहै ,जखने मरसैबक धियान गप्पूआ पर पड़लै ,गप्पूआ मारि देलकै छक्का ।एमहर कमेंटेटरक प्रशंसा आ दर्शकक थोपड़ीक बीच मरसैब कें लागलेन जे हुनकर प्रतिज्ञा शिथिल ने पडि़ जाएन ।मरसैब आंखि मूनैत फेर यादि केलखिन कि आइ दूध नइ एलै आइ दलान पर वला कोबी मे पानि नइ पड़लै आइ गप्पूए के कारण हुनका बजार जाए पड़लेन आ गप्पूए के कारण ओ बजार सँ लौटबा काल साइकिल पर सँ गिरि पड़लखिन ।एत्ते कारण धियान मे आबिते मरसैब अपन जुत्ता सम्हारैत पिच दिस विदा होमए लागला ,तावते टिंकु चौका मारि देलकै आ फेर ओतबे थोपड़ी आ कमेंटेटरक प्रशंसा ।मरसैब के लागलेन जे आब ओ बेहोश भ' के गिरि जेथिन ।तावते हुनका दिस सुरेश सिंह के धियान गेले आ ओ गप्पु आ टिंकु क विशेष प्रशंसा करैत कुरसी देलखिन ।मरसैब अधमोन सँ मैच देखैत रहलखिन आ गामक जीत सँ बस पांच मिनट पहिले तबियत खराबक बहन्ना करैत चलि देलखिन ।गप्पू आ टिंकू कें घर पहुंचला सँ पहिले मरसैब चद्दरि तानि के सूति रहलखिन ।मरसैब लेल बड्ड कठिन रहै कि ओ जागथिन आ जुत्ता नइ चलेथिन ........
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