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Sunday 22 December 2013

मैथिली-हिंदी ,नवाचार-पुरस्‍कार

1 मैथिली साहित्‍य मे गुणवत्‍ताक ,नवीन भूमिक ,ऊर्जा आ नवोन्‍मेषक चर्चा करियौ ,ओ सुनिते कहता- ' ई हिंदी वला नकल कैल बात ,चर्चा आ मुहावरा अपने संग राखू ।'
2 अहां मैथिली मे नवाचार ,नवलेखन ,नवीन साहित्‍यक चर्चा करियौ ,संगे-संग ,आधुनिकतावादी प्रवृत्ति आ आधुनिकतावाद पर बल दियौ ,ओ झटकि देता- 'लागै छैक अपने पुरस्‍कार लेल लिखै छी ' ।ई पुरस्‍कार लेल लिखनै की होइ‍त छैक ,लागै छैक मैथिली मे बिन आगि वला रचना लोक कें बेशी सोहाइ छैक ।
3 अहां मैथिली मे नया बथान ,नया चौबटिया ,नया रस्‍ताक चर्चा करियौ ,ओ टोकता - 'हरिमोहन झा ,मणिपद्म एना कहां केलखिन ' ।हुनका लेल महापुरूषक चर्चा केवल अहां के रोकबा मे अछि ।
4 अहां आधनिक साहित्‍यक बात करियौ ,ओ कहता- 'रस अमर होइत छैक' ।संगहि संग आधुनिक साहित्‍य मे कथित अपठनीयता क' लेल अहां आ आहीं सन कें दोषी ठहरेता ।
तखन की रस्‍ता निकलै छैक ?

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