Followers

Sunday 24 February 2013

तू गनाबैत रह

 हम बिछबौ

कहियो काल किछ-काछ कहबौ

तू नापैत रह

हम काटबौ

बाते बाते मे बस एहिना बातक बात बतेबौ
तू उधियाइत रह

हम फूकबौ

कहियो के वामन के , खिस्‍सा सुनेबौ
 बना बिंब चमकौआ


साफ पानि सँ धोबौ

सीधा बात बतेबा के यश-अपयश गनेबौ

तू खेल काटमकट्टा

हम सरल पांति खीचबौ

ई गुणाभाग ई अंकगणित कोना के बूझेबौ

 गेने जो कोनो जटिल राग

 हम सीधा ताल मिलेबौ

कहियो ने कहियो तोरा अंदर तक झमकेबौ

No comments:

Post a Comment