पूस माघक भोर
आ घूर पर बैसकी
बड़का लोक सभ गरमाबैत
हाथ पैर अगिला पछिला
बाबू साहेब नमहर पदान पादैत पूछथिन
गाम मे सबसँ कोरियाठ जोन के
अवाजक श्रोत दिस कनखियाबैत पंडितजी कहथिन
यैह अपन सोमन साव आ बलेसर
एहने दिन मे नहाबैत कम आ देखाबैत बेशी
ईलाका क' सबसँ नरहेर आ छिनाडि़ जनाना
चिकडि़ चिकडि़ के कहलकै सूर्यदेव सँ
बाप रे बाप ऐ युग मे ईज्जत बचेनए मोसकिल
आ एहने दिन मे साहित्यक सर्वश्रेष्ठ गुटबाज
कमेंटबाज कखनो अर्जुन आ कखनो शिखंडी बनि
मुसकियाईत मुसकियाईत बघाड़ै छैक
साहित्यो मे बड़ गुटबाजी ..................
आ घूर पर बैसकी
बड़का लोक सभ गरमाबैत
हाथ पैर अगिला पछिला
बाबू साहेब नमहर पदान पादैत पूछथिन
गाम मे सबसँ कोरियाठ जोन के
अवाजक श्रोत दिस कनखियाबैत पंडितजी कहथिन
यैह अपन सोमन साव आ बलेसर
एहने दिन मे नहाबैत कम आ देखाबैत बेशी
ईलाका क' सबसँ नरहेर आ छिनाडि़ जनाना
चिकडि़ चिकडि़ के कहलकै सूर्यदेव सँ
बाप रे बाप ऐ युग मे ईज्जत बचेनए मोसकिल
आ एहने दिन मे साहित्यक सर्वश्रेष्ठ गुटबाज
कमेंटबाज कखनो अर्जुन आ कखनो शिखंडी बनि
मुसकियाईत मुसकियाईत बघाड़ै छैक
साहित्यो मे बड़ गुटबाजी ..................
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