थाकल, हारल, झमारल जिनगी
बिधनाक चक्र सं फ़ारल जिनगी।
लड़ैत, मरैत, कटि रहल जिनगी
फ़ेकल, फ़ाकल, ससारल जिनगी ।
दुर्जन, सज्जन, निर्जन जिनगी
दुख - हर्खक खखारल जिनगी ।
नीज नेक कर्म सं भरल जिनगी
पर कुचक्र सं अहि मारल जिनगी।
बिधनाक चक्र सं फ़ारल जिनगी।
लड़ैत, मरैत, कटि रहल जिनगी
फ़ेकल, फ़ाकल, ससारल जिनगी ।
दुर्जन, सज्जन, निर्जन जिनगी
दुख - हर्खक खखारल जिनगी ।
नीज नेक कर्म सं भरल जिनगी
पर कुचक्र सं अहि मारल जिनगी।
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