मैथिली साहित्य आ मिथिलाक संस्कृति पर विमर्शक एकटा मंच ।प्राचीन गौरवशाली परंपराक पहचान आ नवीन प्रगतिशील मूल्यक निर्माण लेल एकटा लघु प्रयास ।
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Friday, 27 January 2012
{ Anhar अन्हार }
अन्हार सब के लेल भिन्न-भिन्न संदेश दए छै .
जेहन सोच .जेहन काज .तेहन अर्थ .
चोरक लेल चोरी के समय ,
प्रेमी के लेल जोड़ा-जोड़ी के .
जानवरक लेल शिकार के .
पहरा देब पहरेदार के .
किसानक लेल आराम के .
साधु के लेल राम नाम के .
गायकक लेल रियाज के .
बिछुरल मितक लेल यादिक आगाज के .
विद्यार्थी के लेल पढ़बा के ,
कवि के लेल छन्द सोचबा रचबा के .
जहिना अनेको रूप छै पालनहार के ,
ओहिना "अमित" बहुतो अर्थ छै अन्हार के . . . . । ।
{ अमित मिश्र}
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अमित मिश्र
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