तेरह साल पहिलेक बात छइ
ओ सब
ओ सब बात
आब त हमहु चालीसक लगभगाएल छी
तोहूं जरूर चौंतीस पैंतीसक भ गेल हेबें
कहां पूछि सकलियओ तोरा सं कोनो बात
आब त प्रश्नो सब बिसरि गेलहुं
जे यादि केने छलियओ तोरा सं पूछए लेल
हवा क साथ दइ वला केश हमर
किछु उडि़ गेल
किछु पाकिके डरा रहल अछि
हंसीक साथ निकलइ वला धवल दांतक पांति
किछु टुटि गेल
किछु हिल रहल अछि
तहिना गोरनार चमरो ई
भेल कारी बदरंग
तू केहन भ' गेलें
कतओ देखबओ
त कोना चिन्हबओ
ई कहनए त बिसरिये गेलियओ
हमरा दू टा बच्चो अछि
तोरा कएक टा छओ
आ तों कत' रहैत छें
की तूहू हमरे जँका नौकरी करैत बनरा गेलें
आबो सुनइ छें राति के रेडियो
आ लिखइ छें पोस्टकार्ड
की तोरो कोनो पता नइ छओ
ई निरर्थक गद्य बस तोरे लेल
तूही बूझबीही छंदक भयानक दुनिया मे
तुकहीन पद मे छुपल
एकटा नीरव एकांत अर्थ
(रवि भूषण पाठक)
ओ सब
ओ सब बात
आब त हमहु चालीसक लगभगाएल छी
तोहूं जरूर चौंतीस पैंतीसक भ गेल हेबें
कहां पूछि सकलियओ तोरा सं कोनो बात
आब त प्रश्नो सब बिसरि गेलहुं
जे यादि केने छलियओ तोरा सं पूछए लेल
हवा क साथ दइ वला केश हमर
किछु उडि़ गेल
किछु पाकिके डरा रहल अछि
हंसीक साथ निकलइ वला धवल दांतक पांति
किछु टुटि गेल
किछु हिल रहल अछि
तहिना गोरनार चमरो ई
भेल कारी बदरंग
तू केहन भ' गेलें
कतओ देखबओ
त कोना चिन्हबओ
ई कहनए त बिसरिये गेलियओ
हमरा दू टा बच्चो अछि
तोरा कएक टा छओ
आ तों कत' रहैत छें
की तूहू हमरे जँका नौकरी करैत बनरा गेलें
आबो सुनइ छें राति के रेडियो
आ लिखइ छें पोस्टकार्ड
की तोरो कोनो पता नइ छओ
ई निरर्थक गद्य बस तोरे लेल
तूही बूझबीही छंदक भयानक दुनिया मे
तुकहीन पद मे छुपल
एकटा नीरव एकांत अर्थ
(रवि भूषण पाठक)
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