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Monday 15 August 2016

बहुत किछु विदा भ' गेल रहै
आ किछु विदा हेबाक लेल तैयार रहै गेट पर
सबसँ पहिने मुंहक मैथिली
आ ईसरगत,डरकडोरि ,बद्धी,माला
लागैत रहै नइ रहतै देह पर कुनो सूत
खरखर सुभाव क' स्‍थान पर
बरसैत रहै चाशनी वला मौध
आ जे मोन मे रहै
से ठोर पर नइ रहै
तमाम आदर्श नुका रहलै
भगवत्‍ती घरक कुनो ताखा मे
सपना सब भकुआयल -भूतिआयल
अतृप्‍त ईच्‍छाक धार बहैत रहै पूरा देह

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