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Thursday 28 November 2013

दरोगा जी आ पहिल एलबम


दरोगा जी क' पहिल एलबम रहेन ,एहनो नइ कि दरोगा जी के बुझाइत होनि कि ओ कुनो महान गायक छथिन ,तैयो हुनका नीक लागैत रहेन कि ऐ पर केओ हुनका सँ बात करै ।एकटा मीठगर स्‍केच बेरि-बेरि हुनका दिमाग मे आबै ,एहन स्‍केच जइ मे जबर्दस्‍त भीड़क समक्ष हुनकर कुनो प्रोग्राम चलि रहल हो या फेर एहन स्‍केच जइ मे कुनो महान गायक या संगीतकार हुनकर प्रशंसा करैत हो या फेर कुनो एहन पुरस्‍कार जेकर नामे टा सँ जगजगार भ' गेल हो ।
आ एहने मीठगर यादि कें पजियेने दरोगा जी गाम पर आबि गेला ।पत्‍नी जे भनसे -घर नइ थाना तकक काज मे पर्याप्‍त दिलचस्‍पी लैत रहथिन ,दरोगा जीक वेतने नइ घूस-घास तक के फरियाबैत रहथिन ,दरोगा जी कें कुनो अदृश्‍य लोक सँ बतियाइत या मुसकियाइत देखलखिन ,कनियां बूझि गेलखिन जे दरोगा जी कुनो राग मे फँसल छथि ।पता नइ राग क' कोन स्‍वर पर भसियाइत या सम्‍हरैत ।
कनियां चाय आनैत माहौल के बदलबाक प्रयास केलखिन ' ई कोन बात जे हरदम पागल जेंका हवा सँ बतियाइत रहैत छी ,नीक बात अछि जे गाबै छी ,त' महीना मे या फेर हफ्ता मे गाबि लेल करू ,र्इ कोन बात कि हरदम नकियेने जा रहल छी '
दरोगा जी पहिले कनियां क' शिक्षा ,फेर कनियांक बाप-माए ,नाना-नानी क' शिक्षा ,गाम ,टोल आ परोपट्टा क' शिक्षा कें गरियाबैत चाय दिस देखलखिन ।कनियां सेहो जोश मे रहथिन ,स्‍पष्‍ट कहलखिन जे 'अहां सनक गायक खेते-बथाने बौआइत अछि ,यदि भगवान एकटा छोटछीन नौकरी नइ देता तखन सब राग आ ताल नीचा-उप्‍पर बाटे निकलि जाएत ।'
दरोगा जी फसाद सँ बचबा लेल दलान दिस विदा भेला ।ओमहर पक्षी सब अपन वाद्य बजबैत खोंता दिस आबैत रहै्........;;

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