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Wednesday 12 December 2012

मृत्‍युदंड

दोस चलेथिन ऐ फटलका कुरता के
चिप्‍पी चिप्‍पी साटि  एक-डेढ़ सौ साल
आ दोस लगेथिन सोंगर अपना चार मे
आ बांस सहतै पूरा ब्रह्माण्‍ड क' भार
दोस पूरा विश्‍वासक साथ भरै छथिन
बागमती आ टेम्‍सक पूरा पानि अपन छोटका चुक्‍की मे
दोस आंखि मूनि के दैत छथिन मृत्‍युदंड
एकटा पुरान कहबी के
जेकर अर्थ छैक 'पुरान घर खसै '
दोस कान खोलि सुनैत छथिन हमर कुतर्क
नील-टीनोपाल कत्‍ते बरहेतए कपड़ाक आयु
आ कोनो बान्‍ह कहिया तक बान्‍हतै
वलित पर्वत सँ निकलल जवान नदी के
आ दोस ठहक्‍का मारि के भगवैत छथिन
जेना श्रोता रेडियो सँ सुनैत छैक
मौसमक भविष्‍यवाणी
आ जवान नदी तेजी सँ भागि रहल छैक
बाउल ,पत्‍थर ,माटिक सनेस ल' समुद्र दिस

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