गाछी दू टा रहै
एक टा अप्पन आ एकटा दोसर कें
अप्पन गाछक सब आम जेहने-तेहने
एक टा अप्पन आ एकटा दोसर कें
अप्पन गाछक सब आम जेहने-तेहने
आ दोसरक टेढ़ो बाकुल मीठे-मीठ
गाछ मे लटकल कतेको डिजायनक ठांढि़
कुनो एकमहला झूल्ला कुनो दुमहला
मुदा अपन गाछक झुल्लो बाईस लागै
दू टा गाछीक बीच मे आरा कटल रहै
अप्पन आरा गूं-मूत आ सुक्खल पात सँ भरल रहै
दोसरक आरा सँ बहराए एक सँ एक प्रेम कविता
अपनो गाछी मे भूत-प्रेत रहै
मुदा निसरठ सब
केवल पकलबा आम पर नजर लगेने रहै
लूटि के खाए आ सूति रहै
मुदा दोसरक गाछी मे एक सँ एक भूत ,चुड़ैल आ राकस सब
जेकर शक्ति बढि़ जाए दुपहरिया मे
आ ओ ताम' लागै खेत
आ निकाल' लागै बड़का बड़का रद्दा सब
रद्दा उठबैत उठबैत लालटून बाबू परेशान
आ बच्चा सब खिस्सा सुनै ले व्याकुल
आ दोसरक गाछी सँ निकलै
एक सँ एक खिस्सा-विहनि
प्रेमक आ बँटवाराक
आ अप्पन गाछी पर सब दिन सँ रहलै कुनो हवाक असर
ऐ बेजान गाछ आ बेजान स्वाद के की करी
गाछ मे लटकल कतेको डिजायनक ठांढि़
कुनो एकमहला झूल्ला कुनो दुमहला
मुदा अपन गाछक झुल्लो बाईस लागै
दू टा गाछीक बीच मे आरा कटल रहै
अप्पन आरा गूं-मूत आ सुक्खल पात सँ भरल रहै
दोसरक आरा सँ बहराए एक सँ एक प्रेम कविता
अपनो गाछी मे भूत-प्रेत रहै
मुदा निसरठ सब
केवल पकलबा आम पर नजर लगेने रहै
लूटि के खाए आ सूति रहै
मुदा दोसरक गाछी मे एक सँ एक भूत ,चुड़ैल आ राकस सब
जेकर शक्ति बढि़ जाए दुपहरिया मे
आ ओ ताम' लागै खेत
आ निकाल' लागै बड़का बड़का रद्दा सब
रद्दा उठबैत उठबैत लालटून बाबू परेशान
आ बच्चा सब खिस्सा सुनै ले व्याकुल
आ दोसरक गाछी सँ निकलै
एक सँ एक खिस्सा-विहनि
प्रेमक आ बँटवाराक
आ अप्पन गाछी पर सब दिन सँ रहलै कुनो हवाक असर
ऐ बेजान गाछ आ बेजान स्वाद के की करी